ज्योतिषशास्त्र में सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताया जाता है जो हमारे रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित करता है। ज्योतिषशास्त्र में वास्तुशास्त्र, रत्नशास्त्र और हस्तरेखाशास्त्र का अपना-अपना महत्व होता है जिसके जरिए हम जीवन में फैली नकारात्मकता को आसानी से दूर कर सकते हैं। आमतौर पर सभी लोग वास्तुशास्त्र के नियमों का पालन करते हैं जिससे घर में मौजूद सभी नकारात्मक शक्तियों का अंत होता है और घर में भगवान का आशीर्वाद भी बना रहता है। इस संबंध में मान्यता है कि एक्वेरियम की मछलियां घर की नेगेटिव एनर्जी को दूर करती है।
सभी लोग अपने घर को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए के लिए फिश एक्वेरियम को घर की पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इन दिशाओं में एक्वेरियम रखने से पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है।
इसके साथ ही एक्वेरियम का पानी समय-समय पर बदलते रहें क्योंकि पुराना पानी होने से वास्तुदोष पैदा होता है। इसके साथ ही बता दें कि एक्वेरियम में मछलियों की संख्या कम से कम 9 होनी चाहिए। जिनमें 8 लाल और सुनहरे रंग की होनी चाहिए और 1 काली होनी चाहिए। ऐसा करना शुभ माना जाता है। काले रंग की मछली सुरक्षा का प्रतीक होती है और ये बुरी एनर्जी से घर की रक्षा करती है।
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