अपनी स्किन का ख्याल रखने से पहले हर किसी को अपनी स्किन टाइप का मालूम होना जरूरी है। अपनी स्किन टाइप के हिसाब से ही स्किन केयर रूटिंग अपनाना चाहिए। समान्यता 3 तरह की स्किन होती है, समान्य स्किन... ऑयली स्किन... और ड्राई स्किन। ऑयली, ड्राई और नॉर्मल स्किन तीनों ही तरह की स्किन केयर रूटिन अलग होती है। हालांकि, एक फॉर्मूला इन तीनों ही तरह की स्किन टाइप के लिए जरूरी है.. ये फॉर्मूला हर किसी को ग्लोइंग और हेल्दी स्किन के लिए अपनाना चाहिए।
ये है CTM फॉर्मूला-
CTM यानी क्लींजिंग, टोनिंग और मॉइश्चराइजिंग... इस फॉर्मूले का काम चेहरे को स्किन टाइप के हिसाब से खूबसूरत बनाना नही बल्कि स्किन को हेल्थी बनाना है। हेल्दी स्किन अपने आप में ही खूबसूरती की निशानी है।
आइए जानते है इस फॉर्मूले के बारे में-
C- क्लींजिंग-
क्लींजिंग का काम चेहरे की मृति कोशिकाओं को साफ करना होता है। रोजाना नियमित रूप से क्लींजिंग करने से चेहरे पर जमा अतिरिक्त तेल, धूल-मिट्टी व टैनिंग दूर होती है। पूरे दिन में आपको 2 बार क्लींजिंग करना चाहिए। बाजार में आपको विभिन्न प्रकार के क्लींजिंग प्रोडक्ट्स मिल जाएंगे।
T- टोनिंग
टोनिंग क्लींजिंग की प्रक्रिया को पूरा करने का एक अहम हिस्सा होता है, अगर आप क्लींजिंग के बाद टोनिंग नहीं करेंगे तो क्लींजिंग का भी रिजल्ट नहीं मिलेगा। टोनिंग करने से स्किन साफ, मुलायम और हाइड्रेट रहती है। अगर आप मुंहासो की दिक्कत सताती है, तो टोनिंग आपके लिए फायदेमंद साबित होती होगी।
M- मॉइश्चराइजिंग
मॉइश्चराइजिंग चेहरे को नमी देती है, जो न केवल महिलाओं के लिए बल्कि पुरुषों के लिए भी बहुत जरूरी है। नियमित रूप से क्लींजिंग व टोनिंग के बाद आपको मॉइश्चराइजिंग का इस्तेमाल करना चाहिए... इससे झर्रियां व फाइन लाइन्स चेहरे पर नहीं बनती और चेहरा लम्बे वक्त तक जवान रहता है।
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